निज संतति के सुख हित सहते अगणित दुख, मात-पिता के संग ही पूरा होता एक परिवार। निज संतति के सुख हित सहते अगणित दुख, मात-पिता के संग ही पूरा होता एक परिवार।
ठहरी रही नजर तेरे दीदार को पर सजा मुकर्रर तुमने कर ही दिया, ठहरी रही नजर तेरे दीदार को पर सजा मुकर्रर तुमने कर ही दिया,
तेरी तड़प ने हर जगह मुझे बदनाम कर दिया तो मैंने भी तेरी बेवफाई को खुले आम कर दिया। तेरी तड़प ने हर जगह मुझे बदनाम कर दिया तो मैंने भी तेरी बेवफाई को खुले ...
रोज़ अनचाहा घबराहट के साथ, उसके द्वारा अपनी हथेली पर जमा राख़ को धो लिया जाता था, मेर रोज़ अनचाहा घबराहट के साथ, उसके द्वारा अपनी हथेली पर जमा राख़ को धो लिया जा...
एहसास लपेट के स्याही में, खत में उन्हें समेट लिया उसे सामने आता देख, पीठ के पीछे भींच एहसास लपेट के स्याही में, खत में उन्हें समेट लिया उसे सामने आता देख, पीठ के प...
फज़ूल की ज़िन्दगी कभी जिया ना करो खून के आँसू कभी पिया न करो फज़ूल की ज़िन्दगी कभी जिया ना करो खून के आँसू कभी पिया न करो